भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले 12 साल यानि 2010 से 2022 के बीच 192 पुलिसकर्मियों पर दुष्कर्म के प्रकरण दर्ज हो गए हैं, जिनमें आरक्षक से लेकर अधिकारी तक शामिल हैं। इनमें सिर्फ 8 को ही दंड दिया गया है। 72 दोषमुक्त हो गए। 66 के मामले पर छानबीन चल रही है। 10 प्रकरण को रद्द किया और 1 एक को निरस्त कर दिया गया।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने क्या कहा?
दर्ज प्रकरणों में से 3 में तो खात्मा लगा दिया गया और 2 को नस्तीबद्ध कर दिया गया हैं। इसके साथ ही 4 प्रकरण ऐसे थे जिनमें जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। पुलिसकर्मियों पर सबसे ज्यादा 28 केस ग्वालियर में दर्ज किए गए। विधानसभा में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले 12 सालों में 45 एनकाउंटर हुए थे, जिनमें से 42 सिर्फ ग्वालियर में सामने आए हैं।
डाक्टरों पर लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू ने दर्ज किए केस
बता दें कि मध्य प्रदेश में 20 मार्च 2023 तक यानि पिछले दस सालों में डाक्टरों पर लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू ने प्रकरण दर्ज किया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 26 शिकायतें लोकायुक्त में और 36 ईओडब्ल्यू में हुई। गौरतलब है कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों की यूनिवर्सिटी जबलपुर में स्थित है। डॉक्टरों से जुड़ी जो शिकायतें हैं, उनमें यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति आरएस शर्मा का नाम भी शामिल बताया गया था, जिसे नस्तीबद्ध किया गया है। इसी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार आशु पाठक का नाम भी शिकायत लोकायुक्त में दर्ज है, जिसका प्रकरण अभी भी जारी है।