भोपाल। अक्टूबर से ही प्रदेश में गुलाबी ठंड शुरु हो गई थी । नवंबर के दूसरे हफ्ते से ही मौसम का मिजाज बदलता नजर आया । रविवार को उज्जैन, इंदौर मालवा अन्य क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई। जिसके बाद प्रदेश में ठंडक का एहसास और भी बढ़ गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि एमपी में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से कई इलाको मे बारिश देखने को मिलेगी।
इन शहरों मे हुई बारिश
बीते रविवार को उज्जैन, इंदौर, धार, मंदसौर, झाबुआ क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई। इंदौर-उज्जैन के इलाके में बारिश शाम 4 बजे के बाद हुई, जिसकी वजह से मालवा के शहरों में ठंडक बढ़ गई हैं। बड़वानी के सेंधवा में तेज हवा के साथ बारिश हुई। IMD के मुताबिक अगले चार दिन में मध्यप्रदेश के अलग- अलग इलाकों में बारिश हो सकती है और तेज हवाएं महसूस होंगी।
2 दिन बाद बारिश का सिस्टम जबलपुर संभाग के जिलों में भी बनेगा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मध्यप्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस ट्रफ लाइन और चक्रवाती हवाओं के असर से बारिश कई इलाकों में देखी जाएगी। जिसका पहला असर इंदौर व उज्जैन के इलाके में देखने को मिला।
तामपान में आएगी गिरावट
एमपी के अलग-अलग इलाकों में बारिश होने के कारण रात और दिन के तापमान मे तेजी से गिरावट देखने को मिलेगी। प्रदेश के आखिरी दिनों तक मौसम का मिजाज यू ही बिगड़ा रहेगा। इस वेदर सिस्टम की 30 नवंबर तक कमजोर होने की आशंका जताई गई है। इस दौरान कई जिलों में भारी बारिश की भी चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग का कहना है 50 से 90 किलोमीटर तक बारिश हो सकती है। वहीं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से प्रदेश मे हवा चलेगी।