भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में आदिवासी वोट बैंक का कितना अधिक महत्व है, इसे समझना हो तो सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी के शहडोल दौरे की डिटेल को जान लीजिए. जी हां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार यानी आज मध्यप्रदेश के शहडोल आ रहे हैं. यह दौरा 27 जून को होना था लेकिन खराब मौसम की वजह से उनका यह दौरा टाल दिया गया था. अब 1 जुलाई को वे मध्यप्रदेश के शहडोल पहुंचेंगे. खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि वे दाेपहर 3.30 बजे तक शहडोल आएंगे.
आदिवासी समाज के साथ होगा भोजन
प्रधानमंत्री के इस दौरे को खास बनाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है. पहले तो प्रधानमंत्री से लालपुर में सिकलनेस एनीमिया मिशन को लांच कराया जाएगा. वे एक करोड़ पीवीसी आयुष्मान कार्ड का वितरण भी करेंगे. इसके बाद वे यहां के पकरिया गांव जाएंगे जहां पर वे आदिवासी समाज के बीच न सिर्फ मौजूद रहेंगे, बल्कि उनके साथ संवाद करेंगे और बैठकर भोजन भी करेंगे.
इन 47 सीटों का राजनीति में अहम रोल
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 47 सीटें सिर्फ आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है. पिछले चुनाव के ट्रेंड बताते हैं कि 2005 से लेकर अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं, उनमें इन 47 सीटों ने मध्यप्रदेश की राजनीति में अपना अहम रोल अदा किया है. जिस पार्टी को इन आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित 47 सीटों में से अधिकतम सीटें मिलती हैं, वही पार्टी मध्यप्रदेश की सत्ता के शिखर पर पहुंच पाती है. 2018 से पहले बीजेपी को अधिकतम सीटें मिलती रही तो 2018 में कांग्रेस को इन 47 सीटों में से 31 सीटें मिली थीं. जिसकी वजह से कांग्रेस की सरकार बनी थी. यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद आदिवासी समाज के बीच पहुंचकर एक बड़ा कार्यक्रम करने जा रहे हैं.
शाम 5 बजे पहुंचेंगे लालपुर
बता दें कि दोपहर 3.30 बजे लालपुर हेलीपैड पर उनका आगमन होगा. इसके बाद वे लालपुर की सभा में 5 बजे तक पहुंचेंगे. जिसके बाद वे लालपुर से पकरिया गांव जाएंगे जहां आदिवासी समाज के साथ उनका संवाद और भोजन होगा. शाम 6.30 बजे तक वे यहीं रहेंगे और उसके बाद वे पकरिया गांव से लालपुर हेलीपैड पर पहुंचेंगे और फिर शाम 6 बजकर 40 मिनट पर वे लालपुर हेलीपेड से वापसी के लिए रवाना होंगे.
संस्कृति से होंगे रुबरु
आदिवासी समाज के साथ पीएम मोदी की बैठक को अहम माना जा रहा है क्याेंकि इसमे वे आदिवासी संस्कृति से रुबरु होंगे। यही नहीं, बैगा समाज की जोधईया बाई और डिंडोरी के अर्जुन सिंह के जरिए आदिवासी कला के उपहार पीएम नरेंद्र मोदी को भेंट किए जाएंगे. गोंड समाज द्वारा स्थानीय आदिवासी नृत्य से उनका स्वागत किया जाएगा. सैला नृत्य की प्रस्तुति भी पीएम नरेंद्र मोदी के समक्ष होगी. इसके बाद पीएम मोदी आदिवासी समाज के लोगों के साथ बैठकर भोजन करेंगे. भोजन में आदिवासी डिश प्रस्तुत की जाएंगी.