भोपाल. मध्य प्रदेश के सीधी में आदिवासी युवक पर पेशाब करने के आरोपी प्रवेश शुक्ला को भले ही जेल भेज दिया गया हो और उसके घर पर बुलडोजर चल गया हो, लेकिन फिलहाल ये मामला शांत होता नहीं दिख रहा है. सीधी में बीजेपी नेता पीड़ित के घर पहुंचे तो वहां पर महिलाओं ने देखते ही चप्पल उतार ली और हाथ में लेकर विरोध करने लगीं. वहीं, कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल और कार्यकर्ता पीड़ित के घर में धरना दे रहे हैं, जमकर हंगामा चल रहा है. इधर, सीएम शिवराज ने ट्वीट कर आदिवासी युवक और उनके परिजनों से मिलने की इच्छा जताई है, कल वह सीएम हाउस में परिवार से मिलेंगे.
महिलाओं ने चप्पल दिखाकर किया विरोध
बता दें कि भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला पीड़ित की पत्नी से मिलने पहुंचे थे, जब पीड़ित की पत्नी से बात हुई तो पत्नी ने उनसे कहा कि मेरे पति को वापस भिजवा दीजिए, इस पर केदारनाथ शुक्ला ने कहा था कि आपसे बात कराई जाएगी, लेकिन वह जहां भी हैं, सुरक्षित हैं. उसके बाद प्रशासन की टीम यहां पहुंची और धरना हटाने के लिए दबाव बना रही थी. इसी बीच वहां पर बड़ी संख्या में आदिवासी महिलाएं पहुंचीं और पुलिस के रोकने के बाद भी बीजेपी के नेताओं को चप्पल दिखाकर विरोध करने लगीं.
पीड़ित के घर कांग्रेसियों का धरना
वहीं सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेसी नेताओं ने उस गरीब आदिवासी का घर घेरकर रखा है. मैं आला अधिकारियों से फोन करके कार्रवाई करवाता हूं. हालांकि अभी भी कांग्रेसियों का धरना आदिवासी के घर के सामने चल रहा है. लेकिन केदारनाथ शुक्ला घर के बाहर डटे हुए हैं. इस दौरान भारी पुलिस बल की टीम का भी आदिवासी के घर पर पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया है. सीधी जिले के प्रभारी कलेक्टर और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, मंत्री कमलेश्वर पटेल को समझाने पहुंचे थे. लेकिन कमलेश्वर पटेल ने एक नहीं सुनी.
सीएम शिवराज- हृदय पीड़ा से भरा हुआ है
घटना पर सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा कि ‘जब से मैंने सीधी की घटना का वीडियो देखा, अंतर्मन अधिक व्याकुल और हृदय पीड़ा से भरा हुआ है. मैं तब से ही दशमत जी से मिलकर उनका दुःख बांटना चाहता था और यह विश्वास भी दिलाना चाहता था कि उनको न्याय मिलेगा. कल उनसे और उनके परिवार से भोपाल में अपने निवास पर मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करने के साथ परिवार को ढांढस बंधाऊंगा.’