भोपाल. मध्यप्रदेश के इंदौर में रविवार को बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा लग रहा है. जहां एक तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोपहर में इंदौर पहुंचेंगे और अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे तो वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह व कमलनाथ भी इंदौर पहुंच गए हैं. उनके साथ में कन्हैया कुमार मौजूद हैं. दिग्विजय सिंह ने इंदौर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश भाजपा और शिवराज सरकार का नेतृत्व इतना नाकारा, निकम्मा और अक्षम है कि अमित शाह को मध्यप्रदेश चुनाव की कमान खुद अपने हाथों में संभालनी पड़ी.
मणिपुर की घटना पर बीजेपी को घेरा
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मणिपुर की घटना 4 मई की है और अब सीबीआई ने प्रकरण दर्ज किया है. ये जाहिर करता है कि बीजेपी की डबल इंजन सरकार कैसे काम करती है. बीजेपी की डबल इंजन सरकार लोगों को सिर्फ तकलीफें देने का ही काम कर रही है. वहीं कैलाश विजयवर्गीय को दोबारा से बीजेपी में राष्ट्रीय महामंत्री बनाए जाने की बधाई भी दिग्विजय सिंह ने उनको दी.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की धक्का-मुक्की
जानकारी के अनुसार कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला द्वारा रूद्राभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसी में भाग लेने दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और कन्हैया कुमार पहुंचे. इस दौरान कमलनाथ से मिलने की कोशिश में कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हो गई. कार्यकर्ताओं की संख्या इतनी अधिक हो गई कि पुलिस को कई कार्यकर्ताओं को मंच से उतारना पड़ा.
कमलनाथ- शिवराज सिंह मुंह चलाते रहेंगे
वहीं कमलनाथ ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि वे आदिवासी समाज के युवा और नौजवान पीढ़ी से बात करने इंदौर आए हैं. कमलनाथ का दावा है कि आदिवासी समाज कांग्रेस के साथ है. वे खुद आदिवासी जिला छिंदवाड़ा से आते हैं. आदिवासी समाज की हमेशा से ही कांग्रेस ने रक्षा की है. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इंदौर दौरे पर वे बोले कि BJP के नेता अपनी रणनीति बनाएं. चुनाव में सब अपनी रणनीति बनाते हैं, चुनाव में सब अपने दौरे करते हैं. बीजेपी हमेशा 200 पार का दावा करती है. शिवराज सिंह की आदत है मुंह चलाने की, जब तक चुनाव खत्म नहीं होता मुंह चलाते रहेंगे.
नरोत्तम मिश्रा ने किया पलटवार
वहीं कांग्रेस की आदिवासी महापंचायत पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि जिनकी नफरत है पहचान, कांग्रेस उनसे खुलवा रही है मोहब्बत की दुकान. तीनो एक ही मंच पर हैं, जो जाकिर नाइक को शांतिदूत कहते थे, लादेन जी कहते थे वो भी एक ही मंच पर है. जिनके ऊपर सिख नरसंहार के खून के छींटे हैं. भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशा अल्लाह इंशा अल्लाह, बोलने वाले कन्हैया कुमार भी उसी मंच पर है. जॉन जानी जनार्दन तीनों है. उस पर आप इससे अंदाजा लगा लीजिए कि ये किस तरह की कांग्रेस है. एक हमारी पार्टी है. एक तरफ राष्ट्रवादी लोग हैं, जो राष्ट्र की आराधना करते हैं, दूसरी तरफ नफरत की दुकान और नफरत का सामान उनकी दुकानों में भरा हुआ है और ये मोहब्बत की दुकानों से नाम दे रहे हैं.