भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह एक बार फिर धार्मिक यात्रा पर निकल रहे हैं। ये यात्रा बैरसिया तहसील के देव बरखेड़ी गांव में भगवान देवनारायण की होगी। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसे धार्मिक यात्रा बताया है लेकिन प्रदेश के राजनीति के जानकार इसके सियासी मायने निकाल रहे हैं। दरसअल, बैरसिया तहसील का देव बरखेड़ी गांव का मंदिर गुर्जर समाज के आराध्य श्री देवनारायण महाराज का प्रसिद्ध और सिद्ध स्थान है। प्रदेश में गुर्जर समाज के 35 लाख मतदाता हैं और लगभग 12 विधानसभाओं पर सीधा प्रभाव डाल सकते हैं।
आज 12:30 से शुरू होगी यात्रा
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की यह पैदल यात्रा आज दोपहर 12:30 से शुरू होगी। इस दौरान वे लगभग 11 किलोमीटर पैदल चलेंगे। यदि आंकड़ों पर ध्यान दें तो बैरसिया विधानसभा में 50,000 से अधिक गुर्जर वोटर हैं। इसी को साधने की कोशिश में लगे हुए हैं। अधिक मास के दौरान भगवान देवनारायण के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पैदल कर परिक्रमा करके देव बरखेड़ी पहुंचते हैं। मलमास के दौरान गुर्जर समाज के प्रसिद्ध भगवान देवनारायण के पूजा के लिए पूरे देश से लोग एकत्रित होते हैं।
क्या हैं सियासी मायने
कुछ महीने पहले रतलाम जिले में हुए गुर्जर सम्मलेन गुर्जर आरक्षण समिति अध्यक्ष विजय बैंसला ने कहा था कि यदि कांग्रेस गुर्जर समाज के लोगो को उन सीटों पर टिकट नहीं दिया गया तो जल्द ही गुर्जर समाज एक जुट हो कर बड़ा फैसला ले सकता है। प्रदेश में गुर्जर समाज के करीब 35 लाख मतदाता हैं। ये समाज ग्वालियर-चंबल संभाग की कई सीटों पर किसी को भी हराने और जितने ताकत रखता है। प्रदेश के राजनीति को समझने वालों की माने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इस वोट बैंक को साधने की कोशिश में लगे हैं।