भोपाल. उज्जैन में दरिंदगी का शिकार हुई 12 साल की बालिका से पीसीसी चीफ कमलनाथ इंदौर मिलने पहुंचे. आपको बता दें कि इंदौर के एमवाय हॉस्पीटल में पीड़ित बच्ची का इलाज चल रहा है. उज्जैन के एक ऑटो ड्राइवर ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद लहूलुहान हालत में बच्ची कई घंटों तक उज्जैन की सड़कों पर घूमती मिली थी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए इंदौर के एमवाय हॉस्पीटल में लाया गया है.
बच्ची शारीरिक रूप से कर रही रिकवर
कमलनाथ ने बच्ची से मिलने के बाद मीडियाकर्मियों से बात की. कमलनाथ ने बताया कि बच्ची की हालत स्थिर है. इस घटना की वजह से बच्ची मानसिक अवसाद में चली गई है. बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टर से कमलनाथ ने बातचीत की और इसके साथ ही और बेहतर इलाज के लिए बच्ची को दिल्ली ले जाने का भी ऑफर दिया. चूंकि डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची शारीरिक रूप से रिकवर कर रही है, तो ऐसे में उसका इलाज एमवाय हॉस्पीटल में ही चलने दिया जाए. लेकिन बच्ची डिप्रेशन में हैं और इस वजह से काउंसलर की मदद ली जा रही है. चाइल्ड स्पेशिलिस्ट भी बच्ची की रिकवरी के लिए लगाए गए हैं.
कमलनाथ ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप
वहीं बच्ची का हाल जानने के बाद कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. कमलनाथ ने कहा कि उज्जैन में जो बच्ची के साथ हुआ, वो पूरे मध्यप्रदेश पर कलंक है. मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार महिलाओं और बच्चों पर होने वाले अत्याचार रोकने में नाकाम रही है. मध्यप्रदेश आदिवासी अत्याचार में, महिला अत्याचार में और भ्रष्टाचार के मामलों में अव्वल है. यदि मध्यप्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक होती तो जो उज्जैन में बच्ची के साथ हुआ, वो कभी नहीं होता. बच्ची सड़कों पर घटना के बाद भटक रही थी तो ऐसे में कहां थी मध्यप्रदेश सरकार की पुलिस? आखिर घंटों तक बच्ची को मदद क्यों नहीं मिली? ये शिवराज सरकार की नाकामी का ही परिणाम है.