भोपाल। मध्य प्रदेश के नए सीएम के नाम का ऐलान कर दिया गया है। सोमवार को राजधानी भोपाल में हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव को प्रदेश का नया सीएम बनाया गया। बता दें कि पार्टी द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर, डॉ. के लक्ष्मण और आशा लकड़ा की उपस्थिति में मोहन यादव को सबने सर्वसम्मति से प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री चुना। मोहन यादव का विवादों से भी नाता रहा है। आइये जानते हैं उन विवादित घटनाओं के बारे में-
परिवार को फायदा पहुंचाने का आरोप
उज्जैन के मास्टर प्लान को लेकर कांग्रेस ने चुनाव से पहले मोहन यादव पर गंभीर आरोप लगाए थे। जिसमें कहा गया था कि मोहन यादव ने परिवार के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए मास्टर प्लान का गलत तरीके से इस्तेमाल किया है। इस आरोप के बाद शिवराज सरकार ने उज्जैन के मास्टर प्लान को लागू करने पर रोक लगा दी थी। वहीं मोहन यादव ने कांग्रेस के आरोपों को पूरी तरह से ख़ारिज कर दिया था।
माता सीता पर विवादित टिप्पणी
मोहन यादव ने माता सीता को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि मर्यादा की वजह से प्रभु राम ने सीता को छोड़ा था। उन्होंने वन में अपने बच्चों को जन्म दिया। सीता कष्ट झेलकर भी राम के लिए मंगलकामना करती रहीं हालांकि आज के दौर में ऐसा जीवन तलाक के बाद की जिंदगी जैसा है।
बीजेपी को मिली थी प्रचंड जीत
बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान हुआ था। इसके नतीजे 3 दिसंबर को जारी हुए थे। बीजेपी ने प्रचंड बहुमत हासिल की थी। बीजेपी के हिस्से में 163 जबकि कांग्रेस को 66 सीटों से संतोष करना पड़ा था।