भोपाल। मध्य प्रदेश की सरकार युवाओं को आकर्षित करने के लिए आज यूथ पॉलिसी लॉन्च करने जा रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान आज खुद भोपाल के मोतीलाल नेहरु स्टेडियम में होने वाले यूथ महापंचायत के कार्यक्रम यूथ पॉलिसी को लॉन्च करने वाले हैं। इस पॉलिसी की लॉन्चिंग के साथ ही सीएम शिवराज कई बड़े ऐलान कर सकते हैं। सरकार के साथ युवाओं को जोड़ने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों के युवाओं की एक स्टेट लेवल एडवाइजरी कमेटी का गठन किया जाएगा। इस कमेटी में विद्यार्थियों के साथ ही, इनोवेटर, स्टार्ट अप, इंटर्न, डॉक्टर, लॉ स्टूडेंट, बिजनेस प्रोफेशनल्स को भी शामिल किया जाएगा।
मध्य प्रदेश में युवाओं की 17 फीसदी आबादी
मध्य प्रदेश में युवाओं की लगभग 17 प्रतिशत जनसंख्या है। सरकार हाई स्कूल, हायर सेकेण्ड्री में पढ़ रहे युवाओं को उनके इंस्ट्रेस्ट के हिसाब से हायर एजुकेशन के विषय सिलेक्शन से लेकर करियर की प्लानिंग के लिए गाइडेंस दिलाने में मदद करेगी। इसके साथ ही पढ़ाई पूरी करने के बाद युवाओं को नौकरी और रोजगार के लिए सरकारी योजनाओं से लोन और सब्सिडी दिलाने के लिए इंटिग्रेटेड सिस्टम बनाया जाएगा। युवाओं के लिए बनने वाले इस इंटिग्रेटेड सिस्टम में पढ़ाई से लेकर स्किल डेवलपमेंट, वोकेशनल ट्रेनिंग और रोजगार के लिए बिना बाधा मदद प्राप्त होगी।
कैसे बनी युवा नीति?
आपको बता दें कि पिछले साल सीएम हाउस में हुई यूथ महा-पंचायत में सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने युवाओं ने कई प्रस्ताव और सुझाव रखे थे। यहीं से युवा नीति पर चर्चा का आरंभ हुआ। साथ ही सीएम ने युवाओं के अलग-अलग संगठनों और समूहों से चर्चा करने के दौरान युवा नीति के लिए सुझाव मांगे। इनमें भाजपा युवा मोर्चा ने प्रदेश के 57 संगठनात्मक जिलों के 1043 मंडलों के 8978 युवाओं के सुझाव सीएम को सौंप दिए। इन सुझावों में किसान, इंजीनियर, सीए, शिक्षक, वकील, डॉक्टर, युवा उद्यमी आदि वर्गों ने अपने-अपने सुझाव दिए थे। युवाओं की मध्य प्रदेश के विकास में क्या भूमिका हो सकती है, इसे लेकर ड्राफ्ट बनाया गया है। यही नहीं युवा मोर्चा के अलावा ABVP ने स्कूल, कॉलेजों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं से सुझाव लेकर सरकार को भेज दिए।