भोपाल। मध्यप्रदेश में 1 अप्रैल यानी आज से कई बड़े परिवर्तन होंगे। इनमें प्रमुख रूप से शराब के ढाई हजार से ज्यादा ठेके बंद कर दिए जाएंगे। इससे भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर-उज्जैन सहित प्रदेशभर के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। दूसरी ओर, महंगाई का असर भी देखने को मिलेगा, क्योंकि टोल वाली सड़कों से गुजरना महंगा पड़ जाएगा। टोल रेट में सात प्रतिशत तक का इजाफा होगा। प्रॉपर्टी की गाइडलाइन बढ़ने से संपत्ति भी महंगी हो जाएगी। तो चलिए अब आपको कुछ बड़े बदलाव के बारे में बताते हैं.
राज्य में प्रवेश पर देना होगा 7 फीसदी ज्यादा टोल टैक्स
मध्य प्रदेश की सीमा में जैसे ही 19 चेक पोस्ट से राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ से प्रवेश होगा, तो टोल टैक्स 7 फीसदी ज्यादा देना होगा। यह राशि वाहनों की कैटेगरी के हिसाब से अलग-अलग रखी गई है, जो 15 रुपए से लेकर 200 रुपए तक होगी। इन सभी चेक पोस्ट पर मध्यप्रदेश सड़क परिवहन निगम के टोल हैं।
संपत्ति होगी महंगी
बता दें कि आज से प्रॉपर्टी की खरीद महंगी पड़ने वाली है, क्योंकि प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ने वाली है। भोपाल की बात की जाए तो कुल 733 स्थानों पर 5 से 45 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की जा रही है। ऐसा ही प्रदेश भर में किया जाएगा। इसके बाद जब आप रजिस्ट्री करा लेंगे, तो आपको कीमत ज्यादा अदा करनी पड़ेगी।
अहाते को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती कर चुकी आंदोलन
मध्यप्रदेश में 1 अप्रैल यानि आज से आबकारी नीति-2023 को लागू कर दिया जाएगा। इसके बाद प्रदेश के सभी 31 शॉप बार और 2580 अहाते बंद कर दिए जाएंगे। स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थाओं और धर्म स्थलों से शराब दुकानें 100 मीटर दूर स्थापित की जाएगी। पहले 50 मीटर का प्रावधान था। साथ ही दुकानों में बैठकर शराब पीने की परमिशन नहीं होगी। बता दें कि अहाते को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा आंदोलन किया जा चुका हैं। भोपाल की कई दुकानों पर जाकर उन्होंने विरोध भी किया था। इंदौर में भी 127 अहाते बंद कराने के लिए 10 से ज्यादा बड़े आंदोलन हो चुके हैं। आज से ये अहाते हमेशा के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
गाड़ी खरीदना होगा महंगा
बता दें कि आज से BS6 फेज-2 एमिशन नॉर्म्स लागू होने जा रहा है। इस दौरान मारुति, होंडा, हुंडई और टाटा सहित अन्य कंपनियों ने गाड़ियों के दाम बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। टाटा मोटर्स ने सभी कॉमर्शियल गाड़ियों के दाम 5% बढ़ाने की घोषणा की है। कंपनी ने इसके पीछे का कारण BS6 फेज-2 एमिशन नॉर्म्स में हो रहे बदलाव और बढ़ती लागत को बताया है। बताते चलें कि एक अप्रैल से सिर्फ BS6-II गाड़ियां ही बिकेगी।